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धर्म के नाम पर खिलवाड़ आखिर कब तक? जाने, क्या हैं फतेहपुर मकबरे का पूरा मामला !

(सुरभि गैरोला)
मोहाली : उत्तर प्रदेश में स्थित फतेहपुर जिले के आबू नगर मोहल्ले में स्थित मकबरे को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा, बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगी.
विवाद की बात करे तो बात मकबरे के वजूद को लेकर दावों से हुई
शुरू
फतेहपुर जिले के इस मकबरे के लिए हिंदू संगठनों का दावा
किया यह मकबरा नहीं, बल्कि भगवान शिव और श्रीकष्ण का प्राचीन मंदिर है, वहीं मुस्लिम
पक्ष का कहना है कि यह नवाब अब्दुल समद का करीब 500 साल पुराना मकबरा है. इसी बात
को लेकर कुछ दिन पहले BJP जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल और हिंदू संगठनों ने प्रशासन को
ज्ञापन देकर 11 अगस्त को यहां पूजा करने का ऐलान किया था. प्रशासन ने इसके बाद
मकबरे को बांस-बल्लियों से घेर दिया था, लेकिन 11 अगस्त की सुबह हजारों लोग जुटे और
बैरिकेड तोड़कर अंदर घुस गए. मकबरे में तोड़फोड़ की गई और ऊपर भगवा झंडा फहराया
गया. इस घटना के बाद मुस्लिम पक्ष ने जमकर पथराव किया, जिससे माहौल
तनावपूर्ण हो गया.
स्थानीय बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल के खिलाफ FIR नहीं हुई है, जिसे लेकर पुलिस
की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। मुस्लिम समुदाय और कुछ संगठनों का दावा है कि पुलिस ने भीड़
को रोकने में नरम रवैया अपनाया।एक वायरल वीडियो में पुलिस की मौजूदगी में तोड़फोड़
और नारेबाजी दिखाई दे रही है। इस घटना ने हिंदू
और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव को बढ़ा दिया।
इस मामले में पुलिस ने 10 नामजद और 150 अज्ञात लोगों पर केस
दर्ज किया है. इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता की 190, 191(2), 191(3), 196, 301, संपत्ति क्षति
निवारण अधिनियम,
और 7 CLA एक्ट के तहत
मामला दर्ज किया गया है. एफआईआर में स्थानीय बीजेपी नेता, बजरंग दल के
कार्यकर्ता और सपा नेताओं के नाम शामिल हैं. पांच विशेष टीमें आरोपियों की
गिरफ्तारी के लिए बनाई गईं, छापेमारी जारी है.
इस मामले में समाजवादी पार्टी के नेता पप्पू चौहान का नाम
सामने आया है. अब बढ़ते विवाद के बीच सपा ने उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया है. यह
जानकारी सपा के मीडिया सेल ने दी. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश
यादव ने घटना को भाजपा की साज़िश बताया वही BSP सुप्रीमो मायावती
ने सरकार से अपील की है कि सरकार को इस मामले को गंभीरता से ले ओर मामले से जुड़े
सख्त कदम उठाये.
AIMIM
के नेता और
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भाजपा ने देश में नफरत का माहौल बना
दिया है. अब इस पूरे मामले में पुलिस ने वीडियो और फोटो
के माध्यम से अज्ञात आरोपियों की पहचान शुरू की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए
300 पुलिसकर्मी, 6 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP), और 3 डिप्टी SP तैनात किए गए।
सात जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया.
मकबरे के आसपास बैरिकेडिंग को मजबूत किया गया, और तीन ड्रोन
कैमरों से निगरानी शुरू की गई। रात में मकबरे के टूटे हिस्से की मरम्मत करवाई गई, और बाहरी
व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई. ऐसी घटनाओ के
सामने आने से समाज में सामुदायिक तनाव
पैदा होता है इस तरह की घटनाएं न केवल
समाज में आपसी भाई चारे को नुकसान पहुँचती है वहीं भारत की समृद्ध सांस्कृतिक
विरासत को भी खतरे में डालती हैं। डे टू डे न्यूज़ भारत का देशवासियों से निवेदन है
की किसी भी ऐसी भड़काऊ सोशल मीडिया की पोस्ट को बिना जाने उस पर यकीन न करे.
अक्सर नेताओं द्वारा भोले भले लोगों की धार्मिक भावनाओ का
फायदा उठाया जाता है और हिंसा की आग में लोगों को झोंक दिया जाता है. ज़रुरत है अपना और अपनों के बचाव रखने की फतेहपुर जिले के मकबरे की घटना
इसका ताज़ा उदाहरण है.
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